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Showing posts from November, 2016

गुर्जर समाज की 27 पत्र-पत्रिकाएं

नंदलाल गुर्जर. गुर्जर समाज की देशभर से करीब 27 पत्र-पत्रिकाएं प्रकाशित होती हैं। हमने इन सबकी जानकारी एक जगह जुटाने की कोशिश की है। हमारा प्रयास इनके संबंध में पूरी जानकारी सही देने का रहा है, फिर भी यदि कोई कमी रह गई हो तो कृपया हमें सूचित करें। इस जानकारी को हमारे लिए जुटाया है बारहवीं के छात्र नंदलाल गुर्जर ने। भीलवाड़ा जिले की मांडलगढ़ तहसील के गांव थलखुर्द के रहने वाले इस किशोर में समाज के प्रति जानने की जबरदस्त जिज्ञासा है। इसने न केवल समाज की देश भर से प्रकाशित होने वाली समाज की पत्र-पत्रिकाओं का ब्यौरा जुटाया है बल्कि गुर्जर समाज के इतिहासकारों के संबंध में भी अच्छी खासी जानकारी एकत्रित की है। 1. गुर्जर महासभा संपादक -श्रीरामसरन भाटी, गुर्जर भवन कोटला, पहाडग़ंज, नई दिल्ली 2. गुर्जर निर्देशक संपादक-जगदीश सिंह गुर्जर, नर्मदा कॉप्लेक्स, ग्वालियर रोड, पोस्ट कत्थमिल, शिवपुरी (मध्यप्रदेश) 3. गुर्जर समाज संपादक- शिवशंकर गुर्जर, गुर्जर भवन, विजयपथ, तिलक नगर, जयपुर 4. गुर्जर टू डे संपादक-के.एस पोसवाल, 69/14, आर्य अस्पताल, पानी की टंकी के पास, रामनगर, करनाल, हरियाणा 5.

मारवाड़ का इतिहास history of marwar

मारवाड़ का इतिहास राजस्थान की  अरावली पर्वतमाला के पष्चिमी भाग को ‘मारवाड़‘ के नाम से जाना जाता है, जिसमें मुख्यतः जोधपुर, बीकानेर, जालौर, नागौर, पाली, एवं आसपास के क्षेत्र शामिल होते हैं । इस भू-विभित्र काल – खण्डों  में अलग – अलग लोगो का शासन रहा। यहा के इतिहास की विश्वसनीय जानकारी छठी शताब्दी से उपलब्ध होती है। यहा प्रमुख राजवंषों का संक्षिप्त-अध्ययन निम्र प्रकार है। गुर्जर – प्रतिहार:- 1.    उत्तरी – पष्चिमी भारत मे गुर्जर प्रतिहार वंष का षासन मुख्यतः आठवी से 10वीं सदी तक रहा। प्रारंभ मंे इनकी षक्ति का मुख्य केंद्र मारवाड़ था। उस समय राजपूताना का यह क्षेत्र गुर्जरात्रा (गुर्जर प्रदेष) कहलाता था। गुर्जर क्षेत्र के स्वामी होने  के कारण प्रतिहारों को गुर्जर-प्रतिहार कहा जाने लगा था। इसी कारण तत्कालीन मंदिर-स्थापत्य की प्रमुख कला षैली को गुर्जर-प्रतिहार शैली की संज्ञा दी गई है। 2.    आठवीं से दसवीं सी तक राजस्थान के गुर्जर-प्रतिहारों की तुलना में कोई प्रभावी  राजपुत वंष नही था। इनका आधिपत्य न केवल राजस्थान के पर्याप्त भू-भाग पर था बल्कि सुदूर ‘कन्नौज‘ नगर पर अधिकार