हिन्दू जाति का उत्थान और पतन पंडित रजनीकांत शास्त्री द्वारा लिखित ये किताब एक जाति विशेष को अपने बारे में जानने के लिए पढना चाहिए जिससे दूसरी अन्य मार्शल जातियों का इतिहास न चुराए।
डॉ सुनील गुर्जर
नीलकुण्ड, राधनपुर, देवली तथा करडाह शिलालेख में प्रतिहारों को गुर्जर कहा गया है । राजौरगढ शिलालेख" में वर्णित "गुर्जारा प्रतिहार...
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